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चतुर्थ बड़े मंगल पर भव्य विशाल भंडारे का आयोजन ।पूर्व सांसद, नगर विधायक सहित जिले के वरिष्ठ भाजपा नेताओ व वरिष्ठ पत्रकारों ने की शिरकत

चतुर्थ बड़े मंगल पर भव्य विशाल भंडारे का आयोजन ।

पूर्व सांसद, नगर विधायक सहित जिले के वरिष्ठ भाजपा नेताओ व वरिष्ठ पत्रकारों ने की शिरकत

जनाभास, अयोध्या। आज सिविल लाइन खपराडीह कोठी में बड़े मंगल पर भव्य भंडारे का आयोजन किया गया । भंडारे में पूर्व सांसद लल्लू सिंह ने हनुमान जी की फोटो पर विधिवत पूजन,माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन करके भंडारे का शुभारंभ किया। भंडारे में आए हुए सभी अतिथियों का स्वागत वरिष्ठ पत्रकार डॉ० नरेन्द्र बहादुर सिंह ने रामनामी पहना कर किया।पूर्व महानगर अध्यक्ष अभिषेक मिश्रा , जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि आलोक कुमार सिंह रोहित,भाजपा जिला प्रवक्ता दिवाकर सिंह,वरिष्ठ नेता इंद्र भान सिंह,राजेश सिंह, प्रेस क्लब के सचिव जय प्रकाश सिंह, उप सचिव प्रदीप पाठक, वरिष्ठ पत्रकार जय प्रकाश गुप्ता ने सांसद के साथ भंडारे का शुभारंभ किया। भंडारे में नगर विधायक वेद प्रकाश गुप्ता ने भी पूजन और माल्यार्पण कर प्रसाद ग्रहण किया।सांसद ने हनुमान जी से कामना की कि पूरे देश में सभी खुशहाल रहे। जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि आलोक कुमार सिंह रोहित ने इस प्रकार के आयोजन को सनातन और धर्म के लिए आवश्यक बताया। भंडारे में कई विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उप श्रम आयुक्त,उप क्षेत्रीय वनाधिकारी, कृषि विभाग के प्रशासनिक अधिकारी संजय भल्ला, वरिष्ठ लेखाधिकारी आदि मौजूद रहे।कार्यकारी जिला अध्यक्ष माध्यमिक शिक्षक संघ तहसीलदार सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सतीश सिंह, हाईकोर्ट के स्टैंडिंग काउंसिल विजय विक्रम सिंह, सर्वेंद्र विक्रम सिंह, विनय कटियार बंसी लाल आदि मौजूद रहे। इस भंडारे का आयोजन उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र बहादुर सिंह ने किया था।

अपने शैक्षणिक सत्र की शुरुआत से पहले दिन से ही इंडस्ट्री रेडी वर्कफोर्स तैयार करेगी चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी- प्रो. डॉ थीपेंद्र पी सिंह, प्रो वाइस चांसलर

शैक्षणिक सत्र 2025-26 में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, यूपी इंडस्ट्री कोलैबोरेटेड 15 प्रोग्राम के साथ साथ कुल 50 प्रोग्राम की करेगा पेशकश

अपने शैक्षणिक सत्र की शुरुआत से पहले ही चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, यूपी ने अपने कोर्स में एआई को किया शामिल, पहले दिन से ही इंडस्ट्री रेडी वर्कफोर्स तैयार करेगी चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी- प्रो. डॉ थीपेंद्र पी सिंह, प्रो वाइस चांसलर चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, यूपी

माइक्रोसॉफ्ट ने चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी यूपी के पहले बैच के छात्रों के लिए माइक्रोसॉफ्ट एआई बूट कैंप का किया आयोजन 300 से अधिक छात्रों ने लिया भाग

अयोध्या, 30 मई: क्यूएस एशिया रैंकिंग के अनुसार भारत की नंबर वन प्राइवेट यूनिवर्सिटी का दर्जा रखने वाली चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने लखनऊ में भारत के पहले एआई-सपोर्टेड निजी कैंपस की स्थापना की है। जहां छात्र-छात्राओं को छह मेन स्ट्रीम्स जिनमें इंजीनियरिंग, बिजनेस, हेल्थ और लाइफ साइंसेज, ह्यूमैनिटीज, लिबरल आर्ट्स समेत लीगल स्टडीज – में कुल 50 फ्यूचर-ओरिएंटेड, इंडस्ट्री कोलैबोरेटेड ग्रेजुएट व पोस्टग्रेजुएट प्रोग्राम्स का लाभ मिलेगा, जो सभी एआई सपोर्टेड होंगे। वहीं टॉप एआई कंपनी रैबिट एआई द्वारा 5 सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस की स्थापना होगी। रैबिट एआई द्वारा भारत में पहली बार किसी प्राइवेट यूनिवर्सिटी में सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस की स्थापना की जा रही है। यह जानकारी चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी यूपी के प्रो वाइस चांसलर प्रो. डॉ थिपेंद्र पी सिंह और रिजस्ट्रार डॉ अजय यादव ने अयोध्या में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दी।
इस दौरान चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी उत्तर प्रदेश ने अपने एडमिशन और स्कॉलरशिप पोर्टल, सीयूसीईटी 2025 को लॉन्च किया। इस दौरान प्रोफेसर डॉ अजय यादव ने बताया कि सीयूसीईटी 2025 के तहत कुल 40 करोड़ रुपये की स्कॉलरशिप वितरित की जाएगी, जो मेधावी एवं आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को नई तकनीकों के क्षेत्र में उच्च शिक्षा प्राप्त करने में सहायता करेगी। यह स्कॉलरशिप चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी उत्तर प्रदेश में पढ़ने वाले छात्रों के लिए उपलब्ध है। साथ ही, उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक अनुसंधान में करियर बनाने वाले छात्रों के लिए 3 करोड़ रुपये की अतिरिक्त ‘सीवी रमन स्कॉलरशिप’ भी दी जाएगी।
उन्होंने बताया की 2025-26 शैक्षणिक सत्र के लिए सीयूसीईटी 2025 पोर्टल (https://cucet.cuchd.in) एडमिशन और पंजीकरण के लिए खुल चुका है। इच्छुक छात्र अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट देख सकते हैं या यूनिवर्सिटी की टोल-फ्री हेल्पलाइन 18002701411 पर भी संपर्क कर सकते हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी उत्तर प्रदेश को यूजीसी से मान्यता मिल चुकी है और इसे उत्तर प्रदेश की राज्य सार्वजनिक विश्वविद्यालयों की सूची में भी शामिल किया गया है। लगभग 2500 करोड़ रुपये की लागत से बनी यह यूनिवर्सिटी आगामी 2025-26 शैक्षणिक सत्र से अपनी शिक्षा सेवाएं प्रदान करेगी।
इस अवसर पर यूनिवर्सिटी के प्रो वाइस चांसलर प्रोफेसर डॉ. थिपेंद्र पी. सिंह और रजिस्ट्रार डॉ अजय यादव मौजूद रहे।
प्रो वाइस चांसलर प्रोफेसर डॉ. थिपेंद्र पी. सिंह ने बताया कि 100 से अधिक इंडस्ट्री के सीईओ और वाइस प्रेसिडेंट्स के साथ मिलकर यूनिवर्सिटी का कॉरपोरेट एडवाइजरी बोर्ड सीएबी बनाया गया है, जो इंडस्ट्री की जरूरतों के अनुसार पाठ्यक्रम तैयार करने में मदद कर रहा है। उन्होंने बताया कि यूनिवर्सिटी ने माइक्रोसॉफ्ट, गूगल, आईबीएम, एसएएस, केपीएमजी, पीडब्ल्यूसी, रैबिट एआई, क्विक हील समेत भारत और विश्व की 23 से अधिक बड़ी कंपनियों के साथ एमओयू किए हैं। इनके तहत एआई और मशीन लर्निंग, साइबर सुरक्षा, क्लाउड कम्प्यूटिंग, डेटा साइंस, डेटा एनालिटिक्स, और फिनटेक जैसी आधुनिक तकनीकों पर आधारित 15 इंडस्ट्री-कॉलेबरेटिव प्रोग्राम शुरू किए जाएंगे।
हाल ही में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी उत्तर प्रदेश के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि तब हासिल हुई जब माइक्रोसॉफ्ट ने यूनिवर्सिटी के नए कैंपस में पहला एआई बूटकैम्प आयोजित किया। इस बूटकैम्प में इंजीनियरिंग, बिजनेस और कंप्यूटर एप्लिकेशन के 300 से अधिक छात्रों ने भाग लिया और एआई से जुड़ी उन्नत तकनीकों पर प्रैक्टिकल अनुभव प्राप्त किया। यह बूटकैम्प यूनिवर्सिटी की इंडस्ट्री-फोकस्ड और प्रैक्टिकल शिक्षा नीति की मजबूत शुरुआत साबित हुआ।
डॉ अजय यादव ने कहा कि सीयू उत्तर प्रदेश राज्य की पहली यूनिवर्सिटी है जो गूगल के साथ मिलकर बी.टेक इन क्लाउड कम्प्यूटिंग और डेटा साइंस, माइक्रोसॉफ्ट के साथ बी.टेक (सीएसई) इन एआई और एमएल, तथा क्विक हील के सहयोग से बी.टेक इन साइबर सिक्योरिटी जैसे आधुनिक कोर्स चला रही है। इसके अलावा यूनिवर्सिटी एसएएस के साथ मिलकर एमसीए इन एआई और एमएल और बीसीए इन डेटा साइंस भी ऑफर कर रही है।
बिजनेस शिक्षा के क्षेत्र में, यूनिवर्सिटी एमबीए इन बिजनेस एनालिटिक्स (आईबीएम और केपीएमजी के साथ), एमबीए इन एप्लाइड फाइनेंस (पीडब्ल्यूसी के साथ), और एमबीए इन डेटा साइंस और एआई (एसएएस के साथ) कोर्स संचालित कर रही है। इसके अतिरिक्त, एमबीए इन फिनटेक एनएसई एकेडमी के साथ, बीबीए इन फिनटेक और बी.कॉम विद एसीसीए ग्रांट थॉर्नटन जैसी प्रतिष्ठित अकाउंटिंग फर्म के सहयोग से चलाए जा रहे हैं।
यह सभी प्रोग्राम इस तरह से तैयार किए गए हैं कि छात्रों को न केवल गारंटीड कैंपस प्लेसमेंट मिले, बल्कि उन्हें इंडस्ट्री प्रोजेक्ट्स का लाइव अनुभव, उच्च स्तरीय रिसर्च सुविधाएं और एआई आधारित प्रशिक्षण भी प्राप्त हो सके। इसके लिए यूनिवर्सिटी में विशेष सेंटर ऑफ एक्सीलेंस भी स्थापित किए गए हैं।

बहराइच नगर पालिका सभागार में 1 जून को होगा अंतरराष्ट्रीय पत्रकार सम्मेलन 2025। कई मायनों में महत्वपूर्ण होगा पत्रकारों का यह समागम

बहराइच नगर पालिका सभागार में 1 जून को होगा अंतरराष्ट्रीय पत्रकार सम्मेलन 2025
कई मायनों में महत्वपूर्ण होगा पत्रकारों का यह समागम

बहराइच। अर्न्तराष्ट्रीय पत्रकार सम्मेलन-2025 का आयोजन 01 जून दिन रविवार, समय प्रात : 10:00 बजे नगर पालिका परिषद बहराइच के सभागार में आयोजित किया जा रहा है,
इस अवसर पर एक विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया है इसके अलावा लघु हास्य व्यंग कवि सम्मेलन एवं जिले की प्रख्यात विभूतियों के नाम अलंकरण पत्र वितरण किया जाएगा जिसमे देश,विदेश सहित विभिन्न प्रदेशों के विभिन्न जिलों से पत्रकार बन्धु उपस्थित होंगे,
आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता हेमन्त तिवारी अध्यक्ष उ.प्र. राज्य मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति व नेता बृजभूषण शरण सिंह जी पूर्व सदस्य लोकसभा मुख्य अतिथि ,व विशिष्ठ अतिथि श्रीमती डा. प्रज्ञा त्रिपाठी जी एम.एल.सी. बहराइच/श्रावस्ती,सुभाष त्रिपाठी विधायक पयागपुर, राम निवास वर्मा विधायक नानपारा,रजा हुसैन रिजवी पूर्व सदस्य प्रेस काउंसिल आफ इन्डिया,आलोक त्रिपाठी कोषाध्यक्ष उ.प्र. रा. मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति,अब्दुल वहीद प्रदेश महामंत्री उ.प्र. जिला मान्यता प्राप्त पत्रकार एसो०,राम नयन सिंह आई.पी.एस. पुलिस अधीक्षक बहराइच,श्याम करण टेकड़ीवाल अध्यक्ष प्रतिनिधि नगर पालिका परिषद बहराइच होंगे ।
वही बतौर अर्न्तराष्ट्रीय अतिथि पूर्ण लाल चुके पूर्व सदस्य प्रेस काउंसिल आफ नेपाल,हरिहर सिंह राठौर वरि० मख० नेपाल फोटो प्रकार महासंघ,सिराज खान परि० पत्रकार केन्द्रीय सचिव प्रेस सेन्टर नेपाल,डा० डक्ट प्रसाद धिताल वतिः पत्रकार नेपाल के अलावा बतौर संपादकीय प्रतिनिधि अब्दुल अजीज सिद्दीकी चेयरमैन उ.प्र. जिला मान्यता प्राप्त पत्रकार एसो०,संजय अग्रवाल कोषाध्यक्ष,जुबैर अहमद सचिव,आलोक यादव संपादक,राहुल यादव संपादक होंगे जिसमे समस्त पत्रकार साथियो को सादर आमंत्रित किया जाता है आयोजित कार्यक्रम के आयोजन कर्ता आनन्द प्रकाश गुप्ता जिलाध्यक्ष-बहराइच ,मेजर डॉ. एस.पी. सिंह कार्यक्रम संरक्षक
,शादाब हुसैन मण्डल अध्यक्ष के साथ उ.प्र. ज़िला मान्यता प्राप्त पत्रकार एसोसिएशन, बहराइच की पूरी टीम का विशेष सहयोग का प्रयास से हो रहा है

अयोध्या एस एस पी डॉ0 गौरव ग्रोवर की अच्छी पहल

पीड़ित फरियादियों की सुनवाई के लिए एस एस पी डॉ गौरव ग्रोवर ने जारी किया पर्ची व्यवस्था

अयोध्या।
अयोध्या में पीड़ित फरियादियो के लिए शुरू हुई जनसुनवाई पर्ची। एसएसपी कार्यालय में अब फरियादियों के लिए जनसुनवाई की दी जा रही पर्ची।कंप्यूटर में फीड हो रहा फरियादियों का ब्योरा।एसएसडीपी डॉक्टर गौरव ग्रोवर ने गोरखपुर की तर्ज पर अयोध्या में भी शुरू किया जनसुनवाई। थाने में भी कटेगी जनसुनवाई की पर्ची।किसी भी समय फरियादी कार्यालय पहुंचकर अपने समस्याओं की ले सकता है जानकारी। समयबद्ध व गुणवत्तापूर्वक होगी सुनवाई। कहा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉक्टर गौरव ग्रोवर ने। अब फरियादियों को न्याय पाने के भटकना नही पड़ेगा और घर बैठे ही ऑनलाइन पर्ची से कार्यवाही का जवाब भी मिल जाएगा
पीड़ित फरियादियों की सुनवाई के लिए एस एस पी डॉ गौरव ग्रोवर ने जारी किया पर्ची व्यवस्था

जल जीवन मिशन में लापरवाही पर CM योगी का बड़ा एक्शन – 183 अफसर-कर्मियों पर कार्रवाई

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में जल जीवन मिशन के कार्यों में लापरवाही बरतने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त रुख अपनाया है। 183 अफसरों और कर्मचारियों पर कार्रवाई की गई हैं। जिनमें 122 अधिकारियों पर अनुशासनिक जांच, 55 को प्रतिकूल प्रविष्टि, 6 को निलंबित किया गया है।

07 मुख्य अभियंताओं पर जांच, 04 को प्रतिकूल प्रविष्टि
59 अधिशासी अभियंताओं पर जांच, 44 को प्रतिकूल प्रविष्टि, 04 निलंबन
32 सहायक अभियंताओं पर जांच, 02 निलंबन
19 अवर अभियंताओं पर अनुशासनिक जांच

“योजनाओं में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
CM योगी ने कहा कि हर घर तक समय पर और गुणवत्ता युक्त शुद्ध पेयजल पहुंचाना सरकार की प्राथमिकता है, और इसके लिए पारदर्शी व कड़ी कार्यवाही जारी रहेगी।
उत्तर प्रदेश जल जीवन मिशन के तहत सबसे अधिक नल कनेक्शन देने वाला देश का पहला राज्य बन गया है।

ग्राम पंचायतें के कार्यों में पारदर्शिता को दें बढ़ावा: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

मुख्यमंत्री ने पंचायतीराज विभाग की समीक्षा बैठक की

मुख्यमंत्री बोले- ग्राम पंचायतें आत्मनिर्भर होंगी तो प्रदेश के ग्रोथ में और तेजी आएगी

मुख्यमंत्री ने कहा- ग्राम सचिवालय को नीति आयोग ने एक मॉडल माना है

मुख्यमंत्री बोले- पंचायत भवनों को ग्राम सचिवालय के नाम से संबोधित करें

मुख्यमंत्री ने कहा- गांवों में तालाबों को 3 से 5 वर्षों के लिए पट्टे पर दिया जाए

मुख्यमंत्री ने कहा- ग्राम सहायकों को 15 दिन की कंप्यूटर की ट्रेनिंग दी जाए

लखनऊ, 15 मई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पंचायती राज विभाग की समीक्षा बैठक में ग्राम पंचायतों को आत्मनिर्भर और तकनीकी रूप से सक्षम बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए उन्हें और अधिक प्रभावी बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ग्राम सचिवालय की अवधारणा को नीति आयोग ने एक मॉडल के रूप में स्वीकार किया है। अतः प्रदेश के सभी पंचायत भवनों को अब ग्राम सचिवालय के नाम से संबोधित किया जाए। यह पंचायतीराज व्यवस्था को नई पहचान देने वाला परिवर्तन है। साथ ही उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतें के कार्यों में पारदर्शिता को बढ़ावा दें।

प्रदेश के सतत विकास का आधार बनेंगी ग्राम पंचायतें
मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्राम पंचायतों की आत्मनिर्भरता ही प्रदेश के सतत विकास का आधार बनेगी। इसके लिए ग्राम स्तर पर कार्यरत सभी व्यवस्थाओं को सशक्त, पारदर्शी और तकनीकी रूप से सक्षम बनाना आवश्यक है। सरकार इसी दिशा में मिशन मोड में कार्य कर रही है।

ग्राम सचिवालय क्रांतिकारी प्रयास
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की 57,695 ग्राम पंचायतों में ग्राम सचिवालय की स्थापना हो चुकी है, जो लोकतंत्र की अवधारणा को धरातल पर साकार करने की दिशा में एक क्रांतिकारी पहल है। उन्होंने निर्देश दिए कि इन सचिवालयों में स्थापित कंप्यूटरों के माध्यम से पंचायत गेटवे पोर्टल से जुड़ी समस्त धनराशियों का भुगतान हो, जिससे पारदर्शिता और उत्तरदायित्व सुनिश्चित हो।

डिजिटल पहलों की सराहना की
मुख्यमंत्री ने राज्य स्तरीय कॉल सेंटर, ऑनलाइन उपस्थिति प्रणाली, 10-सीटर कॉल सेंटर की स्थापना, ग्राम सचिवालय की जियोफेंसिंग और इंटरनेट कॉलिंग जैसी डिजिटल पहलों की सराहना करते हुए निर्देश दिए कि ग्राम सहायकों को 15 दिवसीय कंप्यूटर प्रशिक्षण अनिवार्य रूप से दिया जाए। साथ ही ग्राम पंचायतों, क्षेत्र पंचायतों एवं जिला पंचायतों के कार्यों की निगरानी के लिए इन डिजिटल प्लेटफॉर्म्स का अधिकतम उपयोग हो।

प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण और ग्राम संस्कृति का संवर्धन
मुख्यमंत्री ने अमृत सरोवरों के रखरखाव, वृक्षारोपण और सार्वजनिक कार्यक्रमों के आयोजन में ग्राम पंचायतों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि दौरान ड्रेनेज का पानी अमृत सरोवर या अन्य तालाबों में न पहुंचे। इसके लिए गांव के बाहर उचित निकासी की व्यवस्था की सुनिश्चित की जाए। तालाबों के पट्टे आवंटित करने की प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से संपन्न की जाए और तालाबों को 3 से 5 वर्षों के लिए पट्टे पर दिया जाए और उससे प्राप्त राजस्व का उपयोग ग्राम विकास में किया जाए। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि तालाब आवंटन, रखरखाव और उनके उपयोग के लिए पंचायती राज विभाग, राजस्व विभाग और मत्स्य विभाग को समन्वित कार्य योजना एक निश्चित बनाएं।

समय पर हो तालाबों की डिसिल्टिंग
मुख्यमंत्री ने कहा कि तालाब केवल जल स्रोत नहीं, बल्कि ग्राम्य संस्कृति के वाहक हैं। उनकी डिसिल्टिंग समय रहते कर ली जाए। रेन वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था ग्राम सचिवालय, आंगनबाड़ी केंद्रों व प्राथमिक विद्यालयों में अनिवार्य रूप से हो।

ग्रामीण स्वच्छता को प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने ग्रामीण स्वच्छता को प्राथमिकता देते हुए कहा कि सामुदायिक शौचालयों की नियमित सफाई और देखरेख सुनिश्चित हो तथा संबंधित कर्मचारियों को समय पर मानदेय दिया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 96,171 राजस्व ग्रामों में से 90,891 ग्राम ओडीएफ प्लस घोषित हो चुके हैं। शेष ग्रामों को शीघ्रता से इस स्थिति में लाया जाए। मुख्यमंत्री ने ग्रामीण क्षेत्रों में सिंगल यूज़ प्लास्टिक के पूर्ण प्रतिबंध को प्रभावी ढंग से लागू करने तथा प्लास्टिक प्रबंधन इकाइयों के समयबद्ध निर्माण के निर्देश दिए। इस संबंध में अधिकारियों ने उन्हें अवगत कराया कि 150 प्रस्तावित इकाइयों में से 89 पूर्ण हो चुकी हैं, जबकि 33 निर्माणाधीन हैं, जिन्हें समयबद्ध ढंग से पूर्ण कराया जा रहा है। उन्होंने गोबरधन योजना की प्रगति की जानकारी ली और अधिकारियों ने उन्हें अवगत कराया कि 75 जनपदों में से 73 में 115 गोबरधन प्लांट बनकर तैयार हो चुके हैं, जबकि शेष 2 जनपदों में 2 इकाइयां निर्माणाधीन हैं, जिन्हें शीघ्र पूर्ण कर लिया जाएगा।

गांवों में जीवन की सहजता बढ़ाने के लिए समेकित योजना
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार स्मार्ट विलेज की अवधारणा को प्राथमिकता दे रही है। इसके अंतर्गत ग्राम सचिवालय, कॉमन सर्विस सेंटर, सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकानें, उत्सव भवन, पब्लिक एड्रेस सिस्टम, सीसीटीवी कैमरे और सोलर स्ट्रीट लाइट जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। इससे ग्रामीणजन के ईज ऑफ लिविंग में व्यापक सुधार आया है।

अंत्येष्टि स्थल उपयुक्त स्थान पर बनाएं जाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश मातृभूमि योजना लोगों को अपनी जड़ों से जुड़ने का एक अवसर प्रदान कर रही है, इस योजना के माध्यम से लोग विकास कार्यों में कुछ धनराशि व्यय कर प्रदेश के विकास में सहभागी बन रहे हैं। इस क्षेत्र में अच्छा कार्य हो रहा है। उन्होंने कहा कि अंत्येष्टि स्थल उपयुक्त स्थल पर बनाएं जाएं ताकि अधिक से अधिक ग्रामजन के उपयोग में यह स्थल आ सकें।

स्थगित हुआ है ऑपरेशन सिंदूर, खत्म नहीं, ब्रह्मोस-आकाश मिसाइल का निर्माण होगा तेज, ड्रोन पर भी फोकस

हैदराबाद। भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तान को कड़ा सबक सिखाया है। भारत ने पाकिस्तान के सीने पर वार करके बता दिया है कि अगली बार आतंकी घटना होने पर क्या अंजाम होगा। इसके साथ ही भारत ने और मजबूत तैयारियों की शुरुआत कर दी है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत के ऑपरेशन सिंदूर में ब्रह्मोस और आकाश मिसाइट सटीकी साबित हुई है। पाकिस्तान के बढ़े तनाव को देखते हुए भारत सरकार इन मिसाइल उत्पादन में तेजी ला रही है। हैदराबाद में निर्माता ब्रह्मोस और आकाश जैसी मिसाइलों के लिए महत्त्वपूर्ण प्रणालियों को जल्दी से जल्दी वितरित करने के लिए काम कर रहे हैं। रक्षा मंत्रालय ड्रोन और ड्रोन रोधी तकनीक कंपनियों के साथ मिलकर अपनी क्षमताओं को बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। कमांडरों के पास कमजोरियों, खास तौर पर हवाई खतरों से निपटने के लिए खरीद अधिकार हैं।
पीएम मोदी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा था कि ऑपरेशन सिंदूर स्थगित हुआ है, खत्म नहीं। भारत सरकार ने ब्रह्मोस और आकाश जैसी मिसाइलों के लिए महत्त्वपूर्ण सिस्टम और सबसिस्टम के निर्माताओं से कहा है कि वे ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान के साथ सीमा पर असहज शांति के बावजूद उत्पादन में तेजी लाएं। भारत की मिसाइल राजधानी हैदराबाद में स्थित रक्षा निर्माताओं का कहना है कि प्रमुख सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के आपूर्तिकर्ताओं से मिसाइल भंडार को बढ़ाने के लिए डिलीवरी में तेजी लाने के लिए कहा गया है। हैदराबाद में डीआरडीओ, भारत डायनेमिक्स (बीडीएल), भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल), अदानी एल्बिट एडवांस्ड सिस्टम्स, कल्याणी राफेल एडवांस्ड सिस्टम्स (केआरएएस), एमटीएआर टेक्नोलॉजीज, एस्ट्रा माइक्रोवेव, अनंत टेक्नोलॉजीज, रघु वामसी, जेन टेक्नोलॉजीज, एसईसी इंडस्ट्रीज जैसे कई सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के प्रतिष्ठान हैं।
भारत बढ़ाएगा अपनी ताकत : आकाश और ब्रह्मोस के लिए महत्त्वपूर्ण उप-प्रणालियों की आपूर्ति करने वाली हैदराबाद की एक कंपनी के प्रोमोटर ने कहा कि हमें डिलीवरी में तेजी लाने के लिए वीकेंड में भी काम करने के लिए कहा गया है। हमारे पास रक्षा मंत्रालय से मिसाइलों के लिए एक बड़ा आपातकालीन खरीद आदेश था, लेकिन संघर्ष शुरू होने के बाद सरकार लगातार संपर्क में है। वीकेंड के आधार पर डिलीवरी के लिए कह रही है। रक्षा मंत्रालय के अधिकारी सभी ड्रोन और एंटी-ड्रोन तकनीक कंपनियों के संपर्क में हैं। ड्रोन तकनीक कंपनी के संस्थापक ने कहा कि वे क्षमताओं को बढ़ाने के लिए सभी कंपनियों के साथ काम कर रहे हैं। सभी कमांडरों को उपकरण खरीदने के अधिकार दिए गए हैं। अगले दो से तीन महीनों में हमें बड़े पैमाने पर ऑर्डर मिलने की उम्मीद है।

पाक फिर बसाएगा आतंकिस्तान, जनता का पैसा आतंकियों में बांटेगी सरकार, अजहर मसूद को मिलेंगे 14 करोड़

इस्लामाबाद। पाकिस्तान की सरकार ने भारत के हमलों में मारे गए लोगों के परिजनों को एक करोड़ रुपए की सहायता राशि देने का ऐलान किया है। उसकी इस स्कीम का सबसे बड़ा फायदा खूंखार आतंकी अजहर मसूद को ही मिलता दिख रहा है। अजहर मसूद के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के बहावलपुर स्थित मुख्यालय पर भारत ने एयर स्ट्राइक की थी। इन हवाई हमलों में जैश के मुख्यालय को जबरदस्त नुकसान पहुंचा। इसके अलावा उसके परिवार के ही 10 लोग मारे गए थे। चार अन्य लोग उसके करीबी थे, जो मारे गए। अब इन सभी लोगों की एवज में 14 करोड़ रुपए अजहर मसूद और उसके करीबियों के परिवारों के खाते में जाएंगे। इस तरह पाकिस्तान सरकार की ओर से मदद के नाम पर जारी रकम सीधे तौर पर आतंकियों और उनके परिवारों को मदद देगी। पाकिस्तान पीएमओ की ओर से जारी प्रेस रिलीज में एक करोड़ रुपए की सहायता राशि का ऐलान हुआ था।
अब मदद के नाम पर जारी इस रकम का सीधा फायदा मसूद अजहर को ही मिलेगा। ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने हाफिज सईद के मुरीदके स्थित ठिकाने और फिर बहावलपुर में जैश के ठिकानों पर जोरदार हमले किए थे। पाकिस्तान सरकार ने भारतीय हवाई हमलों में तबाह हुए लश्कर-ए-तोएबा और जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालयों के पुनर्निर्माण का भी वादा किया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार पीएम शहबाज शरीफ ने इसे मारका-ए-हक अभियान का हिस्सा बताया है और मारे गए लोगों और सुरक्षाबलों के लिए व्यापक मुआवजा योजना की घोषणा की है। शहबाज सरकार ने अलग-अलग कैटेगरी में मुआवजा तय किया है।

सऊदी में आतंकी से मिले ट्रंप, अमरीका की टेरर लिस्ट में था सीरियाई राष्ट्रपति का नाम, प्रतिबंध भी हटाए

रियाद। अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को सऊदी अरब की राजधानी रियाद में सीरिया के अंतरिम राष्ट्रपति अहमद अल-शरा से मुलाकात की। यह अपने आप में एक ऐतिहासिक मुलाकात है। यह मुलाकात इसलिए खास है, क्योंकि पिछले साल तक अल-शरा अमरीका की आतंकवादी लिस्ट में शामिल थे, लेकिन अब समीकरण तेजी से बदल रहे हैं। अमरीका और सीरिया के नेताओं के बीच 25 साल बाद यह पहली मुलाकात है। इससे पहले 2000 में, सीरिया के तब के राष्ट्रपति हाफिज अल असद ने जेनेवा में तत्कालीन अमरीकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन से मुलाकात की थी। यहां एक दिलचस्प बात ये भी है कि इस बैठक में ट्रंप ने अल-शरा से अब्राहम समझौते पर हस्ताक्षर करने और इजरायल को मान्यता देने का आग्रह किया, जो मध्य पूर्व में शांति और सहयोग को बढ़ावा देने वाला एक महत्त्वपूर्ण कदम हो सकता है।
ट्रंप ने खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) के नेताओं के साथ हुई बैठक के इतर शरा से मुलाकात की। यह मुलाकात सीरिया के लिए एक बड़े घटनाक्रम का प्रतीक है, जो असद परिवार के 50 साल से अधिक समय के कठोर शासन के बाद उबरने की कोशिश कर रहा है। इसके अलावा ट्रंप ने सीरिया से सारे प्रतिबंध हटाने की घोषणा कर दी है। सीरिया पर से प्रतिबंध हटाने की ट्रंप की घोषणा के बाद देश में जश्न का माहौल है। यह खबर मिलने के बाद राजधानी दमिश्क में लोगों ने रात के समय आतिशबाजी करके अपनी खुशी जाहिर की। उधर, राष्ट्रपति ट्रंप अपने दूसरे कार्यकाल के पहले विदेशी दौरे के तहत सऊदी अरब के बाद कतर पहुंचे। कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी, ट्रंप कड्ड हमद इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर रिसीव करने पहुंचे थे। इसके बाद उनका लाल साइबर ट्रक और ऊंटों से स्वागत हुआ।

ड्रोन के झुंड को पलभर में खाक करेगा ‘भार्गवास्त्र’

नई दिल्ली। भारत ने छोटे ड्रोनों के झुंड को एक साथ नष्ट करने के लिए एक ऐसा सिस्टम तैयार कर लिया है, जो इनसे निपटने का एक सस्ता और प्रभावी तरीका है। भारत की तरफ से सोलर डिफेंस एंड एयरोस्पेस लिमिटेड (एसडीएएल) ने हार्ड किल मोड में डिजाइन किया गया एक नया कम लागत वाला काउंटर-ड्रोन सिस्टम भार्गवास्त्र विकसित किया गया है। अत्याधुनिक हाइपरसोनिक मिसाइल सिस्टम भार्गवास्त्र आवाज की स्पीड से पांच गुना तेज उड़ान भरने में सक्षम है और अत्यधिक सटीकता के साथ लक्ष्य को भेद सकता है। काउंटर-ड्रोन सिस्टम में इस्तेमाल किए गए माइक्रो रॉकेटों का गोपालपुर के सीवर्ड फायरिंग रेंज में कठोर परीक्षण किया गया। यह परीक्षण पूरी तरह सफल रहा। बता दें कि भार्गवास्त्र 2.5 किलोमीटर तक की दूरी तक आने वाले छोटे ड्रोन का पता लगाने और उन्हें नष्ट करने में सक्षम है। इसमें लगा माइक्रो रॉकेट 20 मीटर तक की घातक त्रिज्या वाले ड्रोन के झुंड को बेअसर कर सकता है, जबकि इसकी दूसरी परत में लगी माइक्रो मिसाइल प्वाइंट सटीकता के लिए है।